रामनगर, महाराष्ट्र
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रामनगर कोंकण, महाराष्ट्र का ऐतिहासिक स्थान है। 'महाराष्ट्र केसरी' छत्रपति शिवाजी के समय में यह एक छोटा-सा राज्य था।[1]
- सलहेरि के युद्ध के पश्चात 1672 ई. में शिवाजी ने रामनगर राज्य को जीत लिया था। इस कार्य में शिवाजी को अपने सेनापति मोरोपंत पिंगले से काफ़ी सहायता मिली थी। महाकवि भूषण ने इस घटना का उल्लेख किया है-
'भूषन भनत रामनगर जवारि तेरे वैरपरबाह बहे रुधिर नदीन के।'[2]
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