कतल की रात एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- घोर विकलता, निराशा, दौड़-धूप से भरी वह रात जिसके बाद निर्णय या परिणाम मिलने को हो।