गरमी निकालना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- (किसी का) दर्प चूर्ण करना, प्रतिकार के द्वार शांत करना।
प्रयोग- रूपए की गरमी है, निकाल दी जाएगी।