बिना तिलक का राजा एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- ऐसा व्यक्ति जो राजा तो न हो परंतु जिसका सम्मान राजा जैसा हो।
प्रयोग- अस्सी गाँव का मालिक होने के कारण बिना तिलक के राजा कहलाते थे। (अजित पुष्कल)
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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