अंकास्य - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अङ्कास्य)[1]
अंक के अंत में प्रविष्ट किसी पात्र के द्वारा विच्छिन्न अतीत कथा का आगामी संसूचक अंश[2]।