डॉ. अशोक बंसल
डॉ. अशोक बंसल
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पूरा नाम | डॉ. अशोक बंसल |
जन्म | 11 मार्च, 1951 |
जन्म भूमि | फ़िरोजाबाद, उत्तर प्रदेश |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | पत्रकार तथा लेखक |
मुख्य रचनाएँ | 'मन के झरोखे से', 'कुए में भांग' तथा 'ऑस्ट्रेलिया-जब धरती ने सोना उगला' आदि। |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | डॉ. अशोक बंसल ने ब्रज संस्कृति से जुड़े विषयों, ऐतिहासिक घटनाओं और लीक से हटकर जीने वाली शख्सियतों पर अनेक व्रत चित्रों का निर्माण भी किया। |
अद्यतन | 15:08, 27 जुलाई 2020 (IST)
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इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
डॉ. अशोक बंसल (अंग्रेज़ी: Dr. Ashok Bansal, जन्म- 11 मार्च, 1951, फ़िरोजाबाद, उत्तर प्रदेश) जानेमाने भारतीय पत्रकार और लेखक हैं। भारत में प्रकाशित होने वाले कई समाचार पत्रों के वह संवाददाता रहे हैं। मथुरा की सांस्कृतिक संस्था 'जन सांस्कृतिक मंच' से भी वह जुड़े हैं। युवाओं में संस्कृति, साहित्य तथा नाटक आदि के प्रति चेतना जाग्रत करने का कार्य भी डॉ. अशोक बंसल कर रहे हैं।
परिचय
डॉ. अशोक बंसल का जन्म ज़िला फ़िरोजाबाद, उत्तर प्रदेश में 11 मार्च, 1951 को हुआ था। वह सन 1972 से 2013 तक मथुरा के बीएसए कॉलेज में अंग्रेज़ी के प्राध्यापक रहे।
पत्रकारिता तथा लेखन
पत्रकारिता और लेखन का शौक अशोक बंसल जी को प्रारम्भ से ही रहा। दिल्ली से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों- 'जनसत्ता', 'नवभारत टाइम्स', 'हिन्दुस्तान' आदि के वह समय-समय पर संवाददाता रहे। अनेक टीवी चैनलों से भी जुड़े रहे। मथुरा की संस्कृतिक संस्था 'जन सांस्कृतिक मंच' से भी जुड़े और नौजवानों में साहित्य, संस्कृति और नाटक, फ़िल्म आदि के प्रति चेतना पैदा करने के कार्य में जुड़े हैं। 'मंच' के बुलेटिन 'प्रतिबिम्ब' का संपादन भी वह कर रहे हैं।
पुस्तकें
स्वाधीनता आंदोलन, इतिहास और ब्रज संस्कृति से जुड़े विषयों पर लेखन कार्य उन्होंने किया। व्यंग और कहानियां भी लिखी। डॉ. अशोक बंसल की निम्न तीन पुस्तकों का प्रकाशन भी हुआ-
- मन के झरोखे से
- कुए में भांग
- ऑस्ट्रेलिया-जब धरती ने सोना उगला
यह पुस्तक अंग्रेज़ी में 'Tales From Marvelous Melbourne' शीर्षक से प्रकाशित हुई। यह पुस्तक ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न शहर में लम्बे प्रवास के बाद लिखी गई।
व्रत चित्र निर्माण
डॉ. अशोक बंसल ने ब्रज संस्कृति से जुड़े विषयों, ऐतिहासिक घटनाओं और लीक से हटकर जीने वाली शख्सियतों पर अनेक व्रत चित्रों का निर्माण भी किया। व्रत चित्रों के शीर्षक निम्न प्रकार हैं-
- सूर की सुगंध (महाकवि सूरदास के जीवन पर)
- बुलंदी खंडहरों की (ऐतिहासिक स्थल चंदवार पर)
- ग्रंथों की गूँज (वृंदावन शोध संस्थान पर)
- कतरा कतरा सच (जनवादी लेखक सव्यसाची के जीवन पर)
- मानुष हों तो वही रसखान (कृष्ण भक्त कवि रसखान पर)
सम्पर्क
- स्थायी निवास
डॉ. अशोक बंसल
17 बलदेव पूरी एक्सटेंशन
मथुरा, उत्तर प्रदेश
मो. नं. - 9837319969
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