पुस्तक-वाचन कला
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। यह पुस्तकों को सही उच्चारण के साथ पढ़ने की कला है।
जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। यह पुस्तकों को सही उच्चारण के साथ पढ़ने की कला है।