रूबी/अभ्यास 2
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वर्णन | राजारानी मन्दिर के दीवारों पर सुंदर कलाकृतियां बनी हुई हैं। ये कलाकृतियाँ खजुराहो मंदिर की कलाकृतियों की याद दिलाती हैं। |
स्थान | ओडिशा |
देवी-देवता | शिव और पार्वती |
वास्तुकला | कलिंग वास्तुकला |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 20° 14' 18.00", पूर्व- 85° 50' 1.00" |
संबंधित लेख | हाथीगुम्फ़ा, उदयगिरि, खण्डगिरि, लिंगराज मन्दिर |
मानचित्र | गूगल मानचित्र |
अन्य जानकारी | यह मंदिर एक खास प्रकार के लाल और पीले पत्थर से बना है जिसे राजारानी पत्थर कहा जाता है इसी कारण इस मंदिर का नाम राजा-रानी मन्दिर पड़ा। |
राजारानी मन्दिर भुवनेश्वर में स्थित है, इसकी स्थापना 11वीं शताब्दी और कलिंग वास्तुकला में हुई थी।
- राजारानी मन्दिर में शिव और पार्वती की भव्य मूर्ति है।
- राजारानी मन्दिर के नाम से ऐसा लगता है जैसे यह किसी राजा-रानी का मन्दिर हो, लेकिन यह माना जाता है कि यह मंदिर एक खास प्रकार के लाल और पीले पत्थर से बना है जिसे राजारानी पत्थर कहा जाता है इसी कारण इस मंदिर का नाम राजा-रानी मन्दिर पड़ा।
- राजारानी मन्दिर के दीवारों पर सुंदर कलाकृतियां बनी हुई हैं। ये कलाकृतियाँ खजुराहो मंदिर की कलाकृतियों की याद दिलाती हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ