कौन धौं सीखि ’रहीम’ इहाँ -रहीम

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:50, 2 मार्च 2012 का अवतरण ('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=rahimdas.jpg |च...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
कौन धौं सीखि ’रहीम’ इहाँ -रहीम
रहीम
रहीम
कवि रहीम
जन्म 17 दिसम्बर 1556 ई.
मृत्यु 1627 ई.
मुख्य रचनाएँ रहीम रत्नावली, रहीम विलास, रहिमन विनोद, रहीम 'कवितावली, रहिमन चंद्रिका, रहिमन शतक
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
रहीम की रचनाएँ

कौन धौं सीखि ’रहीम’ इहाँ इन नैन अनोखि यै नेह की नाँधनि।
प्यारे सों पुन्यन भेंट भई, यह लोक की लाज बड़ी अपराधिनि॥
स्याम सुधानिधि आनन को मरिये सखि सूधे चितैवे की साधनि।
ओट किये रहते न बनै, कहते न बनै बिरहानल बाधनि॥

संबंधित लेख