विद्यासागर सेतु
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विद्यासागर सेतु
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विवरण | विद्यासागर सेतु को दूसरा हावड़ा ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है, यह सेतु हुगली नदी पर कोलकाता से हावड़ा को जोड़ता है। |
राज्य | पश्चिम बंगाल |
ज़िला | कोलकाता |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 22° 33' 25.00", पूर्व- 88° 19' 40.00" |
मार्ग स्थिति | विद्यासागर सेतु हावड़ा जंक्शन से 7 किमी की दूरी पर स्थित है। |
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि |
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा व दमदम हवाई अड्डा | |
हावड़ा जंक्शन, सियालदह जंक्शन | |
बस अड्डा, कोलकाता | |
साइकिल-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, मीटर-टैक्सी, सिटी बस, ट्राम और मेट्रो रेल | |
कहाँ ठहरें | होटल, अतिथि ग्रह, धर्मशाला |
एस.टी.डी. कोड | 033 |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
गूगल मानाचित्र | |
संबंधित लेख | मार्बल पैलेस, संत जॉन चर्च, हावड़ा पुल, अलीपुर चिडि़याघर, मिशनरीज ऑफ चैरिटी, राष्ट्रीय संग्रहालय
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अन्य जानकारी | विद्यासागर सेतु का नाम 19 शताब्दी के बंगाली समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर के नाम पर रखा गया है। |
अद्यतन | 17:49, 27 फ़रवरी 2012 (IST)
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विद्यासागर सेतु को दूसरे हावड़ा पुल के नाम से भी जाना जाता है। यह सेतु हुगली नदी पर बना हुआ है और कोलकाता से हावड़ा को जोड़ता है। भारत में बने सभी सेतुओं में यह सबसे लंबा है। इसके साथ ही यह एशिया के सबसे लंबे सेतुओं में गिना जाता है। 10 अक्टूबर 1992 में 388 करोड़ रुपये की लागत के साथ विद्यासागर सेतु का निर्माण किया गया था।
- 19वीं शताब्दी के बंगाली समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर के नाम पर इस सेतु का नाम रखा गया है।
- विद्यासागर सेतु के दोनों ओर नदी पर हावड़ा पुल और विवेकानंद सेतु नाम के दो अन्य बड़े सेतु भी हैं।
- टोल सेतु होने के कारण विद्यासागर सेतु से गुजरने वाले वाहनों को टोल टेक्स देना पड़ता है, किंतु यहाँ से गुजरने वाली साइकिलों के लिए यह निःशुल्क है।
- विद्यासागर सेतु आधुनिक बांध निर्माण कला का एक बेहतरीन नमूना है, जो चार स्तम्भों और 121 रस्सियों के सहारे खड़ा हुआ है।
- 'स्टील रोपवे' पर आधारित विद्यासागर सेतु की कुल लंबाई 2700 फुट तथा ऊँचाई और चौड़ाई 115 फुट है।
- 1992 ई. में शुरु हुआ यह सेतु छ: लेन वाला है।
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