अंगार बरसना

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

अंगार बरसना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- बहुत अधिक गरमी पड़ना या प्रचंड लू चलना।

प्रयोग- जेठ की दुपहरी थी,धरती जल रही थी,अंगारे बरस रहे थे और वह गंगा में डुव मरने के लिए नंगे पाँव दौड़ा चला जा रहा था ।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र