आह न करना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है ।
अर्थ - दुख: होने पर भी दुख: व्यक्त न करना।
प्रयोग -उसने इतने बीमार होने पर भी आह तक नहीं की।