गले का हार एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- अत्यंत प्रिय या मूलयवान वस्तु।
प्रयोग- तुमने मेरी मृत्यु को अपने गले का हार बना लिया है। यज्ञदत्त।