ज़बान न खोलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- चुप रहना।
प्रयोग- जहाँ तक उससे बन पड़ता वह तमाम दिन अपनी ज़बान भी न खोलता।(श्रवणकुमार)