ज़बान फेरना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- किसी का अनुरोध अस्वीकार करना।
प्रयोग- दस-पाँच रुपए की बात होती तो आपकी ज़बान न फेरता।(प्रेमचंद)