आपे से बाहर होना

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आपे से बाहर होना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- इतना अधिक क्रुद्ध होना कि संयम जाता रहे।

प्रयोग-

  1. झुनिया संयम हाथ से न जाने देती थी और धनिया आपे से बाहर थी। - (प्रेमचंद)
  2. उसकी बुरी नियत के बारे में सोचकर वह आपे से बाहर हो गया। - (गुलशन नंदा)

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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