बँधा बँधाया
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
बँधा बँधाया एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- पूर्ण रूप से निश्चित और सीमित।
प्रयोग- उस खोएपन की जड़ता में अचानक एक बिंब झलककर उसे अपनी जानी पहचानी बँधी-बँधाई दुनिया में ले आया। (अमृतलाल नागर)