जान को आ पड़ना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- प्राण संकट में पड़ना।
प्रयोग- जब अपनी जान को आ पड़ती है, तब हरी-हरी नहीं सूझती।