एच. एस. ब्रह्मा

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हरि शंकर ब्रह्मा (अंग्रेज़ी: Hari Shankar Brahma, जन्म- 19 अप्रॅल, 1950) भारत के भूतपूर्व 19वें मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। जेम्स माइकल लिंगदोह के बाद वे पूर्वोत्तर भारत के दूसरे ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया।

परिचय

हरि शंकर ब्रह्मा भारतीय प्रशासनिक सेवा के आन्ध्र प्रदेश कॉडर के 1975 बैच के अधिकारी हैं। उनकी स्कूली शिक्षा गौहाटी के डॉन बास्को स्कूल में हुई थी। उन्होंने सेंट एडमण्ड कॉलेज, शिलांग से स्नातक की उपाधि ली। इसके बाद गौहाटी विश्वविद्यालय से उन्होंने राजनीति विज्ञान में परास्नातक की डिग्री ली।

चुनाव आयुक्त

  • निर्वाचन सदन में मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में पदभार संभालने के बाद हरि शंकर ब्रह्मा ने कहा था कि- "मेरी पहली प्राथमिकता और 'मिशन अब्जेक्टिव' यह सुनिश्चित करना है कि हम पूर्णत: स्वतंत्र एवं निष्पक्ष ढंग से दिल्ली विधानसभा के चुनाव करायें। दुनिया देख रही है कि दिल्ली में हम क्या कर रहे हैं।"[1]
  • हरि शंकर ब्रह्मा ने मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर वी. एस. संपत का स्थान लिया।
  • अपनी प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए हरि शंकर ब्रह्मा का कहना था कि- "चुनाव प्रबंधन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना उनका व्यक्तिगत प्रयास रहेगा।" उनका यह भी कहना था कि- "25 जनवरी को 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' के मौके पर चुनाव आयोग राष्ट्रव्यापी इलेक्ट्रानिक रौल मैनेजमेंट सिस्टम (ईआरएमएस) का शुभारंभ करेगा, जो देशव्यापी मतदाता सूची प्रदान करेगा और मतदाताओं को अपना ब्यौरा देखने के लिए सक्षम बनायेगा।
  • चुनाव आयोग में शामिल होने से पहले हरि शंकर ब्रह्मा केन्द्र में ऊर्जा सचिव थे। उन्होंने 25 अगस्त, 2010 को चुनाव आयुक्त के रूप में अपना पदभार संभाला था।
  • जेम्स माइकल लिंगदोह के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त बनने वाले हरि शंकर ब्रह्मा पूर्वोत्तर के दूसरे अधिकारी हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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