भागना और दौड़ना
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'भागना' और 'दौड़ना' दोनों में अर्थ समाना समझ लिया जाता है, पर ऐसा हैं नहीं। भय, आशंका की परिस्थितियाँ हों तो किसी के सामने भागने की नौबत आती है। कहीं जल्दी पहुँचना हो तो आप दौड़ पड़ सकते हैं। सामान्य स्थिति में तेज चाल है दौड़ना। भागना मानसिक भी हो सकता है जैसे कि आप काम से जी चुराते हैं तो कहा जा सकता है। आप काम करने से भाग रहे हैं, परंतु यहाँ नहीं कहा जा सकता कि आप काम करने से दौड़ रहे हैं।
इन्हें भी देखें: समरूपी भिन्नार्थक शब्द एवं अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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