शंका और आशंका

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:47, 7 फ़रवरी 2018 का अवतरण ('''''शंका' और 'आशंका'''' दोनों का अर्थ समान समझ लिया जाता ह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

'शंका' और 'आशंका' दोनों का अर्थ समान समझ लिया जाता है, पर ऐसा है नहीं। वर्तमान और भविष्य का अंतर है इन दोनों शब्दों के अर्थ में। वर्तमान में कुछ गड़बड़ या अमंगल की भावना हो तो शंका होती है, पर जब वर्तमान के बजाय भविष्य में कुछ बुरा या अमंगल की भावना पैदा होती है तो समझिए कि बात आशंका की है।

उदाहरण

काम ठीक ढंग से चल रहा है, इस बात में 'शंका' हो सकती है, पर पड़ोसी देशों की हरकतों से युद्ध की 'आशंका' बनी ही रह सकती है।


इन्हें भी देखें: समरूपी भिन्नार्थक शब्द एवं अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख