अंकुरना
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अंकुरना - क्रिया अकर्मक स्त्रीलिंग (संस्कृत अङ्कुण)[1]
अंकुर फोड़ना। उगना। जमना। निकलना। पैदा होना। उत्पन्न होना।
- उदाहरन
"उर अंकुरेउ गर्व तरु भारी।"[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 03 |
- ↑ रामचरितमानस 1।129