अंगुरी

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अंगुरी - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत अङ्गुरी)[1]

उँगली

उदाहरण

(क) 'भरंति नीर सुंदरी। सु पांनि पत्त अंगुरी।'[2]
(ख) 'जो कोई ब्रज के रूखन के पतौआ तथा डार तोरेगो ताके हाथ की अंगुरी हों तोरूँगो।'[3]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 10 |
  2. पृथ्वीराजरासो, 61।339
  3. दो सौ बावन वैष्णवों की वार्ता, भाग 1, पृ. 300

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