अंगुल

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अंगुल - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अङ्गुल)[1]

1. लंबाई की एक नाप, एक आयत परिमाण, आठ जौ के पेट की लंबाई, आठ यवोदर का परिमाण।

उदाहरण

'साठि सु अंगुल लोहय किल्ली।'[2]

विशेष - अंगुल का एक बित्ता और दो बित्ते का एक हाथ होता है।
2. ग्राम का बारहवाँ भाग[3]
3. उंगली
4. अंगूठा
5. चाणक्य या वात्स्यायन का एक नाम[4]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 10 |
  2. पृथ्वीराजरासो, 3।22
  3. ज्योतिष
  4. अन्य कोश

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