अंगस्पर्श - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अङ्गस्पर्श)[1]
दाह कर्म करने वाले का अशौच के चौथे दिन अस्थि संचयन के बाद दूसरों के द्वारा छूने के योग्य होना[2]।