मोहम्मद सलीम

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मोहम्मद यूनुस सलीम (अंग्रेज़ी: Mohammad Yunus Saleem, जन्म- 1912; मृत्यु- 15 जनवरी, 2004) 16वीं लोकसभा में सांसद थे। साल 2014 के चुनावों में उन्होंने पश्चिम बंगाल की रायगंज सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से भाग लिया था। मोहम्मद सलीम राजनीतिज्ञ के अलावा एक विद्वान और अधिवक्ता के रूप में भी जाने जाते थे। वह धार्मिक क्षेत्र में भी काफ़ी सक्रिय थे।

  • मोहम्मद सलीम एक कवि भी थे जिन्होंने उर्दू को दूसरी आधिकारिक भाषा बनाने के लिए अभियान चलाया।
  • वह एक धर्मनिष्ठ मुसलमान थे, जो नियमित रूप से नमाज़ पढ़ते थे और रोज़ा कभी नहीं छोड़ते थे।
  • मोहम्मद यूनुस सलीम मेमोरियल एजुकेशन ट्रस्ट की स्थापना उनके बेटे जुनैद अब्दुल रहमान ने क़ुरान के अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए की थी।
  • सन 1987 में मोहम्मद सलीम कांग्रेस के वी. पी. सिंह के निष्कासन और जनमोर्चा के गठन के दौरान नवगठित पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने पार्टियों को एक साथ लाने और जनता दल के गठन में भूमिका निभाई।
  • 1990 में मोहम्मद सलीम बिहार के राज्यपाल बने।
  • 1991 में वे फिर से कटिहार निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बने थे।
  • 1996 में मोहम्मद सलीम फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए और अपनी मृत्यु तक सदस्य बने रहे।
  • 15 जनवरी 2004 को एक संक्षिप्त बीमारी के बाद दिल्ली में उनके आवास पर उनका निधन हो गया।


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