रामशरण जोशी
रामशरण जोशी (अंग्रेज़ी: Ramsharan Joshi, जन्म- 6 मार्च, 1944) भारतीय पत्रकार, सम्पादक, मीडिया के अध्यापक और समाजविज्ञानी हैं। उन्हें कई पुरस्कारों और सम्मानों से नवाजा गया है। वर्ष 1997 में रामशरण जोशी को 'राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान से पुरस्कृत किया गया था।
परिचय
6 मार्च, 1944 में अलवर, राजस्थान में जन्मे रामशरण जोशी पेशे से पत्रकार, सम्पादक, समाजविज्ञानी और मीडिया के अध्यापक रहे हैं। भारतीय जनसंचार संस्थान में वह विजिटिंग प्रोफ़ेसर भी रहे। वर्ष 1999 से 2004 तक रामशरण जोशी माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पूर्णकालिक प्रोफ़ेसर और कार्यपालक निदेशक के पद पर कार्यरत रहे। वह राष्ट्रीय बाल भवन के अध्यक्ष और केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के उपाध्यक्ष भी रहे। महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा में रामशरण जोशी विजिटिंग प्रोफ़ेसर रहे।[1]
कृतियाँ
रामशरण जोशी की प्रमुख कृतियाँ हैं-
- 'आदमी, बैल और सपने’
- 'आदिवासी समाज और विमर्श’
- '21वीं सदी के संकट’
- 'मीडिया विमर्श’
- ‘यादों का लाल गलियारा : दंतेवाड़ा’
- ‘मैं बोनसाई अपने समय का’
पुरस्कार व सम्मान
- बिहार सरकार द्वारा 'राजेन्द्र माथुर राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार’
- मध्य प्रदेश सरकार का 'राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान’
- 'हिन्दी अकादमी, दिल्ली द्वारा 'पत्रकारिता सम्मान’
- 'गणेश शंकर विद्यार्थी साम्प्रदायिक सौहार्द पुरस्कार’
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रामशरण जोशी (हिंदी) rajkamalprakashan.com। अभिगमन तिथि: 09 अक्टूबर, 2022।
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