"राजस्थान की कृषि" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
+ | *[[राजस्थान]] मुख्यत: एक [[कृषि]] व पशुपालन प्रधान राज्य है और अनाज व सब्जियों का निर्यात करता है। | ||
+ | *अल्प व अनियमित [[वर्षा]] के बावजूद, यहाँ लगभग सभी प्रकार की फ़सलें उगाई जाती हैं। | ||
+ | *रेगिस्तानी क्षेत्र में [[बाजरा]], कोटा में [[ज्वार]] व [[उदयपुर]] में मुख्यत: [[मक्का]] उगाई जाती हैं। | ||
+ | *राज्य में [[गेहूं]] व जौ का विस्तार अच्छा-ख़ासा (रेगिस्तानी क्षेत्रों को छोड़कर) है, ऐसा ही दलहन (मटर, सेम व मसूर जैसी खाद्य फलियाँ), [[गन्ना]] व [[तिलहन]] के साथ भी है। [[चावल]] की उन्नत किस्मों को लाया गया है एवं चंबल घाटी और इंदिरा गांधी नहर परियोजनाओं के क्षेत्रों में इस फ़सल के कुल क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है। | ||
+ | *[[कपास]] व [[तंबाकू]] महत्त्वपूर्ण नक़दी फ़सलें हैं। हांलाकि यहाँ का अधिकांश क्षेत्र शुष्क या अर्द्ध शुष्क है, फिर भी [[राजस्थान]] में बड़ी संख्या में पालतू पशू हैं व राजस्थान सर्वाधिक ऊन का उत्पादन करने वाला राज्य है। | ||
+ | *ऊँटों व शुष्क इलाकों के पशुओं की विभिन्न नस्लों पर राजस्थान का एकाधिकार है। | ||
*[[राजस्थान]] राज्य में वर्ष 2006-07 में कुल [[कृषि]] योग्य क्षेत्र 217 लाख हेक्टेयर था और वर्ष (2007-08) में अनुमानित खाद्यान उत्पादन 155.10 लाख टन रहा। | *[[राजस्थान]] राज्य में वर्ष 2006-07 में कुल [[कृषि]] योग्य क्षेत्र 217 लाख हेक्टेयर था और वर्ष (2007-08) में अनुमानित खाद्यान उत्पादन 155.10 लाख टन रहा। | ||
− | *राज्य की मुख्य फ़सलें हैं- [[चावल]], जौ, ज्वार, बाजरा, मक्का, चना, [[गेहूँ]], तिलहन, दालें कपास और | + | *राज्य की मुख्य फ़सलें हैं- [[चावल]], जौ, ज्वार, बाजरा, मक्का, चना, [[गेहूँ]], तिलहन, दालें [[कपास]] और [[तंबाकू]]। |
*इसके अलावा पिछले कुछ वर्षो में सब्जियों और [[संतरा]] तथा माल्टा जैसे नीबू प्रजाति के फलों के उत्पादन में काफ़ी वृद्धि हुई है। | *इसके अलावा पिछले कुछ वर्षो में सब्जियों और [[संतरा]] तथा माल्टा जैसे नीबू प्रजाति के फलों के उत्पादन में काफ़ी वृद्धि हुई है। | ||
*यहाँ की अन्य फ़सलें है लाल मिर्च, सरसों, मेथी, ज़ीरा, और हींग। | *यहाँ की अन्य फ़सलें है लाल मिर्च, सरसों, मेथी, ज़ीरा, और हींग। | ||
पंक्ति 6: | पंक्ति 12: | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
− | |आधार= | + | |आधार= |
− | |प्रारम्भिक= | + | |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |
|माध्यमिक= | |माध्यमिक= | ||
|पूर्णता= | |पूर्णता= | ||
पंक्ति 17: | पंक्ति 23: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{राजस्थान}} | {{राजस्थान}} | ||
+ | {{कृषि}} | ||
+ | {{भारत की कृषि}} | ||
[[Category:राजस्थान]] | [[Category:राजस्थान]] | ||
+ | [[Category:कृषि]] | ||
+ | [[Category:कृषि कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
12:17, 21 फ़रवरी 2012 के समय का अवतरण
- राजस्थान मुख्यत: एक कृषि व पशुपालन प्रधान राज्य है और अनाज व सब्जियों का निर्यात करता है।
- अल्प व अनियमित वर्षा के बावजूद, यहाँ लगभग सभी प्रकार की फ़सलें उगाई जाती हैं।
- रेगिस्तानी क्षेत्र में बाजरा, कोटा में ज्वार व उदयपुर में मुख्यत: मक्का उगाई जाती हैं।
- राज्य में गेहूं व जौ का विस्तार अच्छा-ख़ासा (रेगिस्तानी क्षेत्रों को छोड़कर) है, ऐसा ही दलहन (मटर, सेम व मसूर जैसी खाद्य फलियाँ), गन्ना व तिलहन के साथ भी है। चावल की उन्नत किस्मों को लाया गया है एवं चंबल घाटी और इंदिरा गांधी नहर परियोजनाओं के क्षेत्रों में इस फ़सल के कुल क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है।
- कपास व तंबाकू महत्त्वपूर्ण नक़दी फ़सलें हैं। हांलाकि यहाँ का अधिकांश क्षेत्र शुष्क या अर्द्ध शुष्क है, फिर भी राजस्थान में बड़ी संख्या में पालतू पशू हैं व राजस्थान सर्वाधिक ऊन का उत्पादन करने वाला राज्य है।
- ऊँटों व शुष्क इलाकों के पशुओं की विभिन्न नस्लों पर राजस्थान का एकाधिकार है।
- राजस्थान राज्य में वर्ष 2006-07 में कुल कृषि योग्य क्षेत्र 217 लाख हेक्टेयर था और वर्ष (2007-08) में अनुमानित खाद्यान उत्पादन 155.10 लाख टन रहा।
- राज्य की मुख्य फ़सलें हैं- चावल, जौ, ज्वार, बाजरा, मक्का, चना, गेहूँ, तिलहन, दालें कपास और तंबाकू।
- इसके अलावा पिछले कुछ वर्षो में सब्जियों और संतरा तथा माल्टा जैसे नीबू प्रजाति के फलों के उत्पादन में काफ़ी वृद्धि हुई है।
- यहाँ की अन्य फ़सलें है लाल मिर्च, सरसों, मेथी, ज़ीरा, और हींग।
|
|
|
|
|