"प्रयोग:कविता बघेल 5" के अवतरणों में अंतर
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कविता बघेल (चर्चा | योगदान) |
कविता बघेल (चर्चा | योगदान) |
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− | {सैन्धव सभ्यता का ज्ञान हुआ | + | {[[सैन्धव सभ्यता]] का ज्ञान निम्न में से किससे हुआ था?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-185,प्रश्न-209 |
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− | -अभिलेख | + | -अभिलेख |
− | - | + | -साहित्य |
− | +उत्खनन | + | +उत्खनन |
− | - | + | -सिक्के |
− | {वैदिक | + | {वैदिक समाज का चार वर्णों में विभाजन का स्पष्ट उल्लेख निम्नलिखित में से किस [[ग्रंथ]] में प्राप्त होता है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-194,प्रश्न-360 |
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− | -यजुर्वेद | + | -[[यजुर्वेद]] |
− | +ऋग्वेद का पुरुष सूक्त | + | +[[ऋग्वेद]] का पुरुष सूक्त |
-हिरण्यगर्भ सूक्त | -हिरण्यगर्भ सूक्त | ||
− | -शतपथ ब्राह्मण | + | -[[शतपथ ब्राह्मण]] |
− | {महावीर को दिव्य ज्ञान किस गाँव में | + | {[[महावीर]] को दिव्य ज्ञान किस गाँव में प्राप्त हुआ? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-198,प्रश्न-419 |
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− | -गया | + | -[[गया]] |
− | -वैशाली | + | -[[वैशाली]] |
− | -कुण्डन | + | -[[कुण्डग्राम|कुण्डन]] |
+जाम्भिक | +जाम्भिक | ||
− | {नालन्दा जैसे कुछ बौद्ध विहार कितने गाँवों का राजस्व वसूल करते थे? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-199,प्रश्न-439 | + | {नालन्दा जैसे कुछ [[बौद्ध विहार]] कितने गाँवों का राजस्व वसूल करते थे? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-199,प्रश्न-439 |
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− | {अशोक द्वारा निर्मित तथा आजीवक संप्रदाय को दान में प्रदान की गई | + | {[[अशोक]] द्वारा निर्मित तथा [[आजीवक|आजीवक संप्रदाय]] को दान में प्रदान की गई गुफ़ा कौन-सी थी? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-208,प्रश्न-596 |
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− | -नागार्जुन | + | -नागार्जुन गुफ़ा |
− | -राजगृह की जरासंघ | + | -राजगृह की जरासंघ गुफ़ा |
− | +बराबर पहाड़ियों में स्थित सुदामा | + | +बराबर पहाड़ियों में स्थित सुदामा गुफ़ा |
− | -उज्जैनी की भर्तृहरि | + | -उज्जैनी की भर्तृहरि गुफ़ा |
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− | {सिंधु घाटी की सभ्यता के बारे में | + | {[[सिंधु घाटी]] की सभ्यता के बारे में निम्न में से सही कथन क्या है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-185,प्रश्न-210 |
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-यहाँ शहरी जीवन था। | -यहाँ शहरी जीवन था। | ||
-विदेशी व्यापार उन्नति पर था। | -विदेशी व्यापार उन्नति पर था। | ||
-मातृ-देवी की पूजा प्रचलित थी। | -मातृ-देवी की पूजा प्रचलित थी। | ||
− | +सभी | + | +उपर्युक्त सभी |
{वैदिक काल में द्विज विशेषण का किस अर्थ में प्रयोग किया गया है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-194,प्रश्न-361 | {वैदिक काल में द्विज विशेषण का किस अर्थ में प्रयोग किया गया है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-194,प्रश्न-361 | ||
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− | -ब्राह्मण | + | -[[ब्राह्मण]] |
− | -क्षत्रिय | + | -[[क्षत्रिय]] |
− | -वैश्य | + | -[[वैश्य]] |
+उपर्युक्त सभी | +उपर्युक्त सभी | ||
− | {अस्तेय का अर्थ है | + | {अस्तेय का क्या अर्थ है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-198,प्रश्न-420 |
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-हत्या न करना | -हत्या न करना | ||
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-असंग | -असंग | ||
-दिङनाग | -दिङनाग | ||
− | + | + | +नागार्जुन |
− | -वसुमित्र | + | -[[वसुमित्र]] |
− | {अशोक के स्तंभों में एक सर्वाधिक सौष्ठवपूर्ण एवं भव्य स्तम्भ कहाँ से प्राप्त है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-208,प्रश्न-597 | + | {[[अशोक]] के स्तंभों में एक सर्वाधिक सौष्ठवपूर्ण एवं भव्य स्तम्भ कहाँ से प्राप्त है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-208,प्रश्न-597 |
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− | +लौरियानन्दन गढ़ | + | +[[लौरियानन्दनगढ़|लौरियानन्दन गढ़]] |
− | -रामपुरवा | + | -[[रामपुरवा]] |
− | -बसाढ़ | + | -[[बसाढ़]] |
− | -सारनाथ | + | -[[सारनाथ]] |
13:00, 28 मई 2017 का अवतरण
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