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-[[जामवन्त]]
 
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-[[जटायु]]
 
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||बालि और सुग्रीव को वानरश्रेष्ठ ऋक्ष राजा का पुत्र भी कहा जाता हे तथा सुग्रीव को [[इन्द्र]]-पुत्र भी कहा गया है। बालि सुग्रीव का बड़ा भाई था। वह पिता और भाई का अत्यधिक प्रिय था। पिता की मृत्यु के बाद बालि ने राज्य सम्हाला।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें- [[बालि]]  
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||अपनी मृत्यु के समय [[बालि]] ने पहले तो [[राम]] को बहुत बुरा-भला कहा, क्योंकि उसका कहना था कि छिपकर मारना [[क्षत्रिय|क्षत्रियों]] का [[धर्म]] नहीं है, किंतु जब राम ने बालि को समझाया कि उसने [[सुग्रीव]] की पत्नी को हरकर अधर्म किया है तथा जिस प्रकार वनैले पशुओं को घेरकर छल से मारना अनुचित नहीं है, उसी प्रकार पापी व्यक्ति को दंड देना भी धर्मोचित है। बालि ने सुग्रीव और राम से यह वादा लेकर कि वह उसकी पत्नि [[तारा (बालि की पत्नी)|तारा]] तथा पुत्र [[अंगद (बाली पुत्र)|अंगद]] का ध्यान रखेंगे, सुखपूर्वक देह का त्याग किया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-[[बालि]]
  
 
{[[लक्ष्मण]] की पत्नी का क्या नाम था?
 
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-[[सत्यभामा]]
 
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||[[वाल्मीकि]] [[रामायण]] में [[लक्ष्मण]] की पत्नी के रूप में उर्मिला का नामोल्लेख मिलता है। [[महाभारत]], [[पुराण]] तथा काव्य में भी इससे अधिक उर्मिला का कोई परिचय नहीं मिलता। केवल आधुनिक काल में उर्मिला के विषय में विशेष सहानुभूति प्रकट की गयी है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें- [[उर्मिला]]  
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||[[वाल्मीकि रामायण]] में [[लक्ष्मण]] की पत्नी के रूप में [[उर्मिला]] का नामोल्लेख मिलता है। [[महाभारत]], [[पुराण]] तथा काव्य में भी इससे अधिक उर्मिला का कोई परिचय नहीं मिलता। केवल [[आधुनिक काल]] में उर्मिला के विषय में विशेष सहानुभूति प्रकट की गयी है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-[[उर्मिला]]
  
{[[राम]] जी के वनवास की अवधि कितने वर्ष थी?
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{श्री [[राम]] को दिये गए वनवास की अवधि कितने वर्ष थी?
 
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{[[जामवन्त]] कितने योजन समुद्र लाँघ सकता था?
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-[[गरुड़]]
 
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-[[शम्भू]]
 
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+[[सम्पाती]]
 
-[[हिडिम्ब]]
 
-[[हिडिम्ब]]
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||'सम्पाती' नामक गिद्ध [[जटायु]] का बड़ा भाई था। वृत्तासुर-वध के उपरांत अत्यधिक गर्व हो जाने के कारण दोनों भाई [[आकाश]] में उड़कर [[सूर्य]] की ओर चले। उन दोनों का उद्देश्य सूर्य का [[विंध्याचल]] तक पीछा करना था। सूर्य के ताप से जटायु के पंख जलने लगे तो [[सम्पाती]] ने उसे अपने पंखों से छिपा लिया। जटायु तो बच गया, किंतु सम्पाती के पर जल गये और उड़ने की शक्ति समाप्त हो गयी। वह [[विंध्य पर्वत]] पर जा गिरा। जब [[सीता]] को ढूंढ़ने में असफल [[हनुमान]], [[अंगद]] आदि उस [[पर्वत]] पर बातें कर रहे थे, तब जटायु का नाम सुनकर सम्पाती ने सविस्तार जटायु के विषय में जानना चाहा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-[[सम्पाती]]
  
{[[शत्रुघ्न]] की माता का नाम था?
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{निम्नलिखित में से कौन [[शत्रुघ्न]] की [[माता]] थीं?
 
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+[[सुमित्रा]]
 
+[[सुमित्रा]]
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-[[कैकेयी]]
 
-[[कैकेयी]]
 
-[[सुभद्रा]]
 
-[[सुभद्रा]]
||महाराज [[दशरथ]] की कई रानियाँ थीं। महारानी [[कौशल्या]] पट्टमहिषी थीं। महारानी [[कैकेयी]] महाराज को सर्वाधिक प्रिय थीं और शेष में श्री सुमित्रा जी ही प्रधान थीं। महाराज दशरथ प्राय: कैकेयी के महल में ही रहा करते थे। सुमित्रा जी महारानी कौशल्या के सन्निकट रहना तथा उनकी सेवा करना अपना धर्म समझती थीं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें- [[सुमित्रा]]  
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||[[चित्र:Ramlila-Mathura-13.jpg|right|120px|राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न के प्रतिरूप]]'शत्रुघ्न' का चरित्र अत्यन्त विलक्षण है। ये मौन सेवाव्रती थे। बचपन से [[भरत (दशरथ पुत्र)|भरत]] जी का अनुगमन तथा सेवा ही इनका मुख्य व्रत था। [[वाल्मीकि रामायण]] में वर्णित है कि [[अयोध्या]] के राजा [[दशरथ]] की तीन रानियाँ थीं- [[कौशल्या]], [[कैकेयी]] और [[सुमित्रा]]। कौशल्या से [[राम]], कैकई से भरत और सुमित्रा से [[लक्ष्मण]] एवं [[शत्रुघ्न]] पुत्र थे। शत्रुघ्न ने मधुपुरी मथुरा के शासक लवण को मार कर मधुपुरी को फिर से बसाया था। शत्रुघ्न कम से कम बारह वर्ष तक [[मथुरा]] नगरी एवं प्रदेश के शासक रहे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-[[शत्रुघ्न]]  
  
{[[इन्द्र]] के पुत्र का नाम था?
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{[[इन्द्र]] के पुत्र का नाम क्या था?
 
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-[[नहुष]]
 
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-[[पुरुरवा]]
 
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+[[जयंत]]
 
+[[जयंत]]
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||'जयंत' देवों के राजा [[इन्द्र]] के पुत्र कहे गये हैं। [[वाल्मीकि रामायण]] में भी इनका कई स्थानों पर उल्लेख हुआ है। जिस समय [[रावण]] के पुत्र [[मेघनाद]] से इन्द्र का युद्ध हुआ और मेघनाद ने सब ओर अंघकार फैला दिया, तब जयंत का नाना पुलोमा उसे युद्ध भूमि से उठाकर [[समुद्र]] में ले गया। एक अन्य प्रसंग के अनुसार एक कोए के वेश में [[जयंत]] ने मांस की इच्छा से [[सीता]] के स्तन पर भी प्रहार किया था, जिस कारण उसे श्री [[राम]] के क्रोध का सामना करना पड़ा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-[[जयंत]]
  
{[[रावण]] और [[कुबेर]] थे?
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+भाई-भाई
 
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-इनमें से कोई नहीं
 
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{[[राम]] के चरण स्पर्श से जो शिला स्त्री बन गई उस स्त्री का नाम था?
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{[[राम]] के चरण स्पर्श से जो शिला स्त्री बन गई, उस स्त्री का नाम क्या था?
 
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-[[शबरी]]
 
-[[शबरी]]

08:51, 24 मार्च 2012 का अवतरण

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1 रामायण के अनुसार अंगद के पिता का नाम क्या था?

सुग्रीव
बालि
जामवन्त
जटायु

3 श्री राम को दिये गए वनवास की अवधि कितने वर्ष थी?

12 वर्ष
16 वर्ष
15 वर्ष
14 वर्ष

4 जामवन्त कितने योजन समुद्र लाँघ सकता था?

100 योजन
90 योजन
80 योजन
70 योजन

5 जटायु के भाई का नाम क्या था?

गरुड़
शम्भू
सम्पाती
हिडिम्ब

6 निम्नलिखित में से कौन शत्रुघ्न की माता थीं?

सुमित्रा
कौशल्या
कैकेयी
सुभद्रा

7 इन्द्र के पुत्र का नाम क्या था?

नहुष
मांधाता
पुरुरवा
जयंत

8 रावण और कुबेर थे-

भाई-भाई
साले-बहनोई
मित्र
इनमें से कोई नहीं

9 राम के चरण स्पर्श से जो शिला स्त्री बन गई, उस स्त्री का नाम क्या था?

शबरी
मन्थरा
अहल्या
कुब्जा

11 परशुराम किसके पुत्र थे?

अगस्त्य मुनि
जमदग्नि
ऋष्यश्रृंग
कात्यायन

12 ब्रह्महत्या का पाप किसे लगा था?

लक्ष्मण
राम
हनुमान
सुग्रीव

13 संजीवनी बूटी का रहस्य किस वैद्य ने बताया?

अक्रूर
धनवंती
चरक
सुषेण

14 हनुमान के पुत्र का क्या नाम है?

अंगद
मकरध्वज
घटोत्कच
सुग्रीव

15 लक्ष्मण को नागपाश से मुक्त किसने किया था?

जटायु
सम्पाती
जामवन्त
गरुड़

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