आज का दिन - 24 मई 2024
- राष्ट्रीय शाके 1946, 03 गते 11, ज्येष्ठ, शुक्रवार
- विक्रम सम्वत् 2081, ज्येष्ठ, कृष्ण पक्ष, प्रतिपदा, शुक्रवार, अनुराधा
- इस्लामी हिजरी 1445, 15, ज़िलक़ाद, जुम्मा, इक़्लील
- करतार सिंह सराभा (जन्म), बछेंद्री पाल (जन्म), रंजन मथाई (जन्म), काज़ी नज़रुल इस्लाम (जन्म), राजेश रोशन (जन्म), जन कृष्णमूर्ति (जन्म), सुधीर कुमार वालिया (जन्म), गुरु हनुमान (मृत्यु), मजरूह सुल्तानपुरी (मृत्यु), के. एस. हेगड़े (मृत्यु), प्रतापचंद्र मज़ूमदार (मृत्यु), एस. के. पाटिल (मृत्यु), टी. रिनपोछे (मृत्यु)
यदि दिनांक सूचना सही नहीं दिख रही हो तो कॅश मेमोरी समाप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें
|
|
विशेष आलेख
- वाराणसी के व्यापारी समुद्री व्यापार भी करते थे। काशी से समुद्र यात्रा के लिए नावें छूटती थीं।
- इस नगर के धनी व्यापारियों का व्यापार के उद्देश्य से समुद्र पार जाने का उल्लेख है। जातकों में भी व्यापार के उद्देश्य से बाहर जाने का उल्लेख मिलता है। एक जातक में उल्लेख है कि बनारस के व्यापारी दिशाकाक लेकर समुद्र यात्रा को गए थे। ... और पढ़ें
|
|
एक पर्यटन स्थल
- खजुराहो की मूर्तियों की सबसे अहम और महत्त्वपूर्ण ख़ूबी यह है कि इनमें गति है, देखते रहिए तो लगता है कि शायद चल रही है या बस हिलने ही वाली है, या फिर लगता है कि शायद अभी कुछ बोलेगी, मस्कुराएगी, शर्माएगी या रूठ जाएगी।
- कमाल की बात तो यह है कि ये चेहरे के भाव और शरीर की भंगिमाऐं केवल स्त्री पुरुषों में ही नहीं बल्कि जानवरों में भी दिखाई देती हैं। ... और पढ़ें
|
|
ऐसा भी हुआ !
- 20 हज़ार आबादी वाले एक नगर के लोगों ने दो हज़ार साल पहले स्वयं अपने नगर में आग लगा दी और अपनी स्त्रियों और बच्चों के साथ जलकर मर गए .... और पढ़ें
|
|
सूक्ति और कहावत
- कला का सत्य जीवन की परिधि में सौन्दर्य के माध्यम द्वारा व्यक्त अखण्ड सत्य है। -महादेवी वर्मा (दीपशिखा चिंतन के कुछ क्षण, पृ. 10)
- हमारी उन्नति का एकमात्र उपाय यह है कि हम पहले वह कर्तव्य करें जो हमारे हाथ में है, और इस प्रकार धीरे–धीरे शक्ति संचय करते हुए क्रमशः हम सर्वोच्च अवस्था को प्राप्त कर सकते हैं। -विवेकानन्द (विवेकानन्द साहित्य, तृतीय खण्ड, पृ0 43) .... और पढ़ें
|
|
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
|
|