"अच्युतराय" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('*अच्युतराय 1529 से 1542 ई. तक विजय नगर ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
(4 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 8 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
 
*अच्युतराय बलहीन और अत्याचारी स्वभाव का था।  
 
*अच्युतराय बलहीन और अत्याचारी स्वभाव का था।  
 
*उसमें शौर्य का अभाव था।  
 
*उसमें शौर्य का अभाव था।  
*बीजापुर के सुल्तान इस्माइल आदिल शाह ने उसे हराकर मुदगल और रायचूर दुर्ग पर क़ब्ज़ा कर लिया था।
+
*बीजापुर के सुल्तान इस्माइल आदिल शाह ने उसे हराकर [[मुदगल]] और रायचूर दुर्ग पर क़ब्ज़ा कर लिया था।
 +
{{प्रचार}}
 
{{लेख प्रगति
 
{{लेख प्रगति
|आधार=आधार1
+
|आधार=
|प्रारम्भिक=
+
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1
 
|माध्यमिक=
 
|माध्यमिक=
 
|पूर्णता=
 
|पूर्णता=
 
|शोध=
 
|शोध=
 
}}
 
}}
 +
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
[[Category:नया पन्ना]]
+
*भारतीय इतिहास कोश पृष्ठ संख्या-06
 +
==संबंधित लेख==
 +
{{विजयनगर साम्राज्य}}
 +
{{मध्य काल}}
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 
[[Category:इतिहास कोश]][[Category:विजयनगर साम्राज्य]]
 
[[Category:इतिहास कोश]][[Category:विजयनगर साम्राज्य]]
 +
[[Category:मध्य काल]]

13:11, 18 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण

  • अच्युतराय 1529 से 1542 ई. तक विजय नगर का शासक था।
  • अच्युतराय कृष्णदेवराय[1] का भाई और उत्तराधिकारी था।
  • अच्युतराय बलहीन और अत्याचारी स्वभाव का था।
  • उसमें शौर्य का अभाव था।
  • बीजापुर के सुल्तान इस्माइल आदिल शाह ने उसे हराकर मुदगल और रायचूर दुर्ग पर क़ब्ज़ा कर लिया था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1509 से 1529 ई. तक
  • भारतीय इतिहास कोश पृष्ठ संख्या-06

संबंधित लेख