"हमीद ख़ाँ" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
(''''हमीद ख़ाँ''' सैयद वंश के अंतिम सुल्तान [[अलाउद्दीन आ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''हमीद ख़ाँ''' [[सैयद वंश]] के अंतिम सुल्तान [[अलाउद्दीन आलमशाह]] (1445-1453 ई.) का [[दीवान]] था। [[बहलोल लोदी]] को [[दिल्ली]] की गद्दी पर अधिकार करने में हमीद ख़ाँ ने उसकी मदद की थी।
+
'''हमीद ख़ाँ''' [[सैयद वंश]] के अंतिम सुल्तान [[अलाउद्दीन आलमशाह]] (1445-1451 ई.) का [[दीवान]] था। [[बहलोल लोदी]] को [[दिल्ली]] की गद्दी पर अधिकार करने में हमीद ख़ाँ ने उसकी मदद की थी।
  
 
*अलाउद्दीन आलमशाह को अपने वज़ीर हमीद ख़ाँ से अनबन होने के कारण दिल्ली छोड़कर [[बदायूँ]] में शरण लेनी पड़ी थी।
 
*अलाउद्दीन आलमशाह को अपने वज़ीर हमीद ख़ाँ से अनबन होने के कारण दिल्ली छोड़कर [[बदायूँ]] में शरण लेनी पड़ी थी।

08:30, 17 अगस्त 2013 के समय का अवतरण

हमीद ख़ाँ सैयद वंश के अंतिम सुल्तान अलाउद्दीन आलमशाह (1445-1451 ई.) का दीवान था। बहलोल लोदी को दिल्ली की गद्दी पर अधिकार करने में हमीद ख़ाँ ने उसकी मदद की थी।

  • अलाउद्दीन आलमशाह को अपने वज़ीर हमीद ख़ाँ से अनबन होने के कारण दिल्ली छोड़कर बदायूँ में शरण लेनी पड़ी थी।
  • हमीद ख़ाँ ने बाद के समय में बहलोल लोदी को दिल्ली आमंत्रित किया।
  • दिल्ली की गद्दी प्राप्त कर लेने के बाद बहलोल ने हमीद ख़ाँ को जेल में डलवा दिया, जिससे वह नये सुल्तान के मार्ग का काँटा न बन सके।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय इतिहास कोश |लेखक: सच्चिदानन्द भट्टाचार्य |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 490 |

संबंधित लेख