"मुर्शिदाबाद" के अवतरणों में अंतर
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11:59, 5 नवम्बर 2011 का अवतरण
मुर्शिदाबाद
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विवरण | मुर्शिदाबाद का मूल नाम मक़सूदाबाद था, जिसे मुग़ल बादशाह अकबर द्वारा 16वीं शताब्दी में स्थापित बताया जाता है। |
राज्य | पश्चिम बंगाल |
ज़िला | मुर्शिदाबाद |
स्थापना | 16वीं शताब्दी |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 24°11′, पूर्व- 88°16′ |
प्रसिद्धि | मुर्शिदाबाद के ऐतिहासिक स्थलों में 1837 में इतालवी शैली में बनवाया गये 'निज़ामत क़िला' या 'नवाबों का महल' और दक्षिण में मोती झील प्रमुख हैं। |
कब जाएँ | अक्टूबर से मार्च |
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि |
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा | |
मुर्शिदाबाद रेलवे स्टेशन, बरहामपुर कोर्ट रेलवे स्टेशन | |
टैक्सी, ऑटो रिक्शा, रिक्शा | |
क्या देखें | निज़ामत क़िला, मोती झील, मुरादबाग़ महल, ख़ुशबाग़ क़ब्रिस्तान |
कहाँ ठहरें | होटल, अतिथि ग्रह, धर्मशाला |
क्या ख़रीदें | सिल्क के वस्त्र, हाथीदांत के बने सामान और हस्तशिल्प के सामान भी ख़रीद सकते है। |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
गूगल मानचित्र | |
भाषा | बंगाली और हिंदी |
बाहरी कड़ियाँ | आधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 16:32, 5 नवम्बर 2011 (IST)
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मुर्शिदाबाद नगर, पश्चिम बंगाल राज्य, पूर्वोत्तर भारत में भागीरथी नदी के ठीक पूर्व में स्थित है।
इतिहास
मुर्शिदाबाद का मूल नाम मक़सूदाबाद था, जिसे मुग़ल बादशाह अकबर द्वारा 16वीं शताब्दी में स्थापित बताया जाता है। 1704 में नवाब मुर्शिद कुली ख़ाँ (औरंगज़ेब के आदेश का पालन करते हुए) अपनी राजधानी ढाका से इस नगर में ले आए और इस नगर का नामकरण मुर्शिदाबाद किया। ब्रिटिश शासन के तहत यह नगर 1790 तक राजधानी बना रहा।
व्यापार और उद्योग
यह नगर कृषि व्यापार, काँसा और रेशम उद्योग व रेशम बुनाई का केन्द्र है।
शिक्षण संस्थान
मुर्शिदाबाद में कई महाविद्यालय हैं, जो कलकत्ता विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार मुर्शिदाबाद की जनसंख्या 36,894 है।
पर्यटन स्थल
यहाँ ऐतिहासिक महत्त्व के स्थानों में 1837 में इतालवी शैली में बनवाया गया निज़ामत क़िला (नवाबों का महल), दक्षिण में मोती झील, जिसमें मुरादबाग़ महल है और ख़ुशबाग़ क़ब्रिस्तान है, जिसमें अंतिम महान नवाब अलीवर्दी ख़ाँ और अंग्रेज़ों द्वारा पलासी की लड़ाई में पराजित उनके पोते सिराजुद्दौला की क़ब्रें हैं, यहाँ 1869 में नगरपालिका का गठन हुआ था।
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वीथिका
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