ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाएँ समूचे दक्षिण-पूर्व एशिया और पूर्वी भारत में फैले 6 करोड़ 50 लाख से अधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली लगभग 150 भाषाओं का समूह है।
- इस भाषा परिवार को मॉन-ख्मेर और मुंडा उपपरिवारों में विभक्त किया जा सकता है।
- मॉन-ख्मेर उपपरिवार की भी लगभग 12 शाखाएं हैं, जो उत्पत्ति के काल पर आधारित हैं और इनमें से मॉन-ख्मेर और वियतनामी शाखाएं सबसे महत्त्वपूर्ण हैं एवं इनका सबसे लंबा लिखित इतिहास उपलब्ध है।
- ऑस्ट्रो-एशियाई परिवार की भाषाएं ऊपरी तौर पर भिन्न प्रतीत होती हैं, लेकिन भाषाशास्रीय तुलना से इनकी आधारभूत एकता की पुष्टि होती है। इनमें से अधिकांश भाषाओं की कई बोलियां है। सभी दक्षिण-पूर्वी एशियाई भाषाओं के भाषाशास्त्रीय उपस्तर के रूप में यह परिवार काफ़ी महत्त्वपूर्ण है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत ज्ञानकोश, खण्ड-2 |लेखक: इंदु रामचंदानी |प्रकाशक: एंसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और पॉप्युलर प्रकाशन, मुम्बई |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 145 |