के. पी. केशव मेनन (अंग्रेज़ी: K. P. Kesava Menon, जन्म- 1 सितम्बर, 1886; मृत्यु- 9 नवम्बर, 1978) मालाबार के प्रमुख कांग्रेसी नेता तथा समाज सुधारक थे। कांग्रेस द्वारा संचालित विभिन्न आंदोलनों में, मुख्यतः असहयोग आंदोलन तथा सविनय अवज्ञा आंदोलन का इन्होंने मालाबार में कुशलतापूर्वक संचालन किया था।
- के. पी. केशव मेनन ब्राह्मणों के प्रभुत्व के विरोधी थे तथा उन्होंने झझबा लोगों की दशा में सुधार पर बल दिया।
- उन्होंने अछूतों के प्रवेश को लेकर 'वैकम सत्याग्रह' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा 30 मार्च, 1924 को सभी जातियों के एक विशाल जुलूस का नेतृत्व किया।
- 'गुरुवायूर सत्याग्रह' में भी के. पी. केशव मेनन की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।
- ट्रावनकोर के दीवान रामास्वामी अय्यर की निरंकुश एवं दमनकारी नीतियों का विरोध के. पी. केशव मेनन ने किया था।
- सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में सन 1966 में भारत सरकार द्वारा के. पी. केशव मेनन को 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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