के. के. अग्रवाल
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के. के. अग्रवाल
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पूरा नाम | कृष्ण कुमार अग्रवाल |
जन्म | 5 सितंबर, 1958 |
जन्म भूमि | नई दिल्ली, भारत |
मृत्यु | 17 मई, 2021 |
अभिभावक | पिता- कीमत राय अग्रवाल माता- सत्यवती अग्रवाल |
पति/पत्नी | बीना अग्रवाल |
संतान | निलेश, नैना |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | चिकित्सा |
शिक्षा | एमबीबीएस |
विद्यालय | नागपुर विश्वविद्यालय |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म श्री (2010) |
प्रसिद्धि | हृदय रोग विशेषज्ञ |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | डॉ. के. के. अग्रवाल ने हजारों लोगों की संकट के दौरान मदद की। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों का उन्होंने मुफ्त इलाज किया। कोरोना संकट काल में वह एक वॉरियर्स के तौर पर हमेशा डटे रहे। |
कृष्ण कुमार अग्रवाल (अंग्रेज़ी: Krishan Kumar Aggarwal, जन्म- 5 सितंबर, 1958; मृत्यु- 17 मई, 2021) भारतीय चिकित्सक और हृदय रोग विशेषज्ञ थे जो भारत के हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष और गैर सरकारी संगठन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। डॉ. के. के. अग्रवाल को भारत सरकार ने दवा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए देश के चौथे उच्चतम नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से 2010 में सम्मानित किया था।
- डॉ. के. के. अग्रवाल हृदय रोग विशेषज्ञ और हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख थे।
- उन्हें 2005 में डॉ. बीसी रॉय पुरस्कार और 2010 में पद्म श्री मिला था।
- उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली में की और नागपुर विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी।
- पिछले एक साल से डॉ. के. के. अग्रवाल कोविड महामारी पर वीडियो पोस्ट कर रहे थे और बीमारी के विभिन्न पहलुओं और इसके प्रबंधन के बारे में बात कर रहे थे।
- डॉ. अग्रवाल दिल्ली ही नहीं देश के दूसरे राज्यों में भी हार्ट से संबंधित सभी बीमारियों का अच्छे तरीके से सलाह देने और उनका इलाज कराने में पूरी मदद करते थे।
- कोरोना के दौरान भी वह लोगों को फ्री ओपीडी सेवा दे रहे थे। इतना ही नहीं वह लगातार लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उससे बचाव और इम्युनिटी को किस तरीके से मजबूत किया जा सके, इसको लेकर लगातार सोशल मीडिया पर वीडियो भी जारी करते रहे।
- डॉ. के. के. अग्रवाल का निधन 17 मई, 2021 को हुआ। वह पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण से जूझ रहे थे। संक्रमण गंभीर होने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। डॉ. अग्रवाल ने खुद ही कुछ दिनों पहले अपने ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी थी कि वह कोरोना संक्रमित हो गए हैं।
- अपने प्रोफेशन की वजह से तो डॉ. के. के. अग्रवाल मशहूर थे ही। साथ ही वह अपनी नेकदिली के लिए भी जाने जाते थे। कोरोना काल के दौरान उनकी नेकदिली सबने देखी। उन्होंने हजारों लोगों की संकट के दौरान मदद की। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों का उन्होंने मुफ्त इलाज किया। कोरोना संकट काल में वह एक वॉरियर्स के तौर पर हमेशा डटे रहे, लेकिन दुखद है कि उसी कोरोना से वह जिंदगी की जंग हार गए।
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