क्षोभमण्डल (अंग्रेज़ी:Troposphere) पृथ्वी के वायुमण्डल का सबसे निचला हिस्सा है।
- क्षोभमण्डल में जलवाष्प एवं धूल कणों की अत्याधिक मात्रा के विद्यमान रहने के कारण वायुमण्डल के गर्म एवं शीतल होने की विकिरण, संचालन तथा संवाहन की क्रियाएं सम्पन्न होती है।
- यह मण्डल जैव मण्डलीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि मौसम संबंधी सारी घटनाएं इसी में घटित होती हैं।
- प्रति 165 मीटर की ऊंचाई पर वायु का तापमान 1 डिग्री सेल्सियस की औसत दर से घटता है। इसे सामान्य ताप पतन दर कहते है।
- इस मण्डल की सीमा विषुवत वृत्त के ऊपर 18 कि.मी. की ऊंचाई तक तथा ध्रवों के ऊपर लगभग 8 कि.मी. तक है।
- वायुमंडल में इसके ऊपर की परत को समताप मण्डल कहते हैं। इन दोनों परतों के बीच में एक रेखा है जिसे ट्रोपोपौज़ के नाम से जाना जाता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख