यह मंदिर स्वामी घाट, चूड़ीवाली गली के निकट नकारची टीला पर स्थित है । इस मंदिर का निर्माण अपने और अपने चाचा रामचन्द्र के निवास के साथ-साथ सन् 1848 में चूरी के सेठ गौर सहाय मल और उनके पुत्र घन श्याम दास ने करवाया ।
यह मंदिर स्वामी घाट, चूड़ीवाली गली के निकट नकारची टीला पर स्थित है । इस मंदिर का निर्माण अपने और अपने चाचा रामचन्द्र के निवास के साथ-साथ सन् 1848 में चूरी के सेठ गौर सहाय मल और उनके पुत्र घन श्याम दास ने करवाया ।