गोहिलवाड़

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गोहिलवाड़ गुजरात के काठियावाड़ स्थित भावनगर रियासत का ही नाम था। भावनगर रियासत औपनिवेशिक काल में गुजरात स्थित रियासत थी। सूर्यवंशी गोहिल राजाओं का इस रियासत पर शासन था। इसलिए ये विस्तार आज भी गोहिलवाड़ से जाना जाता है। गोहिल राजपूतों को मारवाड़ में तीव्र स्पर्धा का सामना करना पड़ा, इसलिए वह मारवाड़ छोड़कर गुजरात आये थे।

  • भारत की आज़ादी के बाद महात्मा गाँधी के कहने पर बलवंतराय मेहता ने कांग्रेस कार्यकारिणी की सदस्यता ली।
  • 1952 में देश में पहली बार चुनाव हुए। भावनगर को उस समय गोहिल राजाओं की वजह से ही गोहिलवाड़ के नाम से जाना जाता था। बलवंतराय यहां से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में उतर गए। उनके मुकाबिल थे, निर्दलीय उम्मीदवार कृष्णलाल। बलवंतराय मेहता 80256 वोट हासिल करके माननीय सांसद बने।
  • 1957 में दूसरी लोकसभा के चुनाव थे। बलवंतराय गोहिलवाड़ (भावनगर) से चुनाव लड़ गए। सामने थे प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के जशवंत भाई मेहता। बलवंतराय 82582 वोट हासिल कर आसानी से चुनाव जीत गए। वहीं जशवंत भाई मेहता महज़ 62958 वोट ही हासिल कर पाए थे।
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