कहें क्या बातें आँखों की। चाल चलती हैं मनमानी। सदा पानी में डूबी रह। नहीं रख सकती हैं पानी॥1॥ लगन है रोग या जलन है। किसी को कब यह बतलाया। जल भरा रहता है उनमें। पर उन्हें प्यासी ही पाया॥2॥