रंग कब बिगड़ सका उनका। रंग लाते दिखलाते हैं। मस्त हैं सदा बने रहते। उन्हें मुसुकाते पाते हैं।।1।। भले ही जियें एक ही दिन। पर कहा वे घबराते हैं। फूल हँसते ही रहते हैं। खिला सब उनको पाते हैं।।2।।