प्रत्यंत

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उत्तर भारत में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार प्रत्यंत किसी प्रदेश की सीमाओं के बाहर राज्य को कहा जाता था। किसी राज्य के बाहर की भूमि के साथ-साथ उक्त राज्य की जनता को प्रत्यंत से संबोधित किया जाता था।

इन्हें भी देखें: सल्तनत काल की शब्दावली एवं भूगोल शब्दावली


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