विश्व कप फ़ुटबॉल 2006
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विवरण | 'फ़ीफ़ा विश्व कप' का आयोजन 'फ़ीफ़ा' (फ़ेडरेशन ऑफ़ इंटरनेशनल फ़ुटबॉल एसोसिएशन) द्वारा कराया जाता है। अठारहवाँ विश्व कप फ़ुटबॉल वर्ष 2006 में खेला गया था, जिसकी मेज़बानी जर्मनी ने की थी। |
आयोजन स्थल | जर्मनी |
वर्ष | 2006 |
तिथि | 9 जून से 9 जुलाई |
कुल देश | 32 |
फ़ाइनल | इटली तथा फ़्रांस |
कुल मैच | 64 |
कुल गोल | 147 |
दर्शक | 3,359,439 |
अन्य जानकारी | इस विश्व कप में पहली बार तीन ऐसी टीमों ने हिस्सा लिया, जिनकी राष्ट्रभाषा पुर्तगीज़ है। ये टीमें थी- पुर्तग़ाल, ब्राज़ील और अंगोला। |
अद्यतन | 13:37, 9 अगस्त 2016 (IST)
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विश्व कप फ़ुटबॉल 2006 अथवा फ़ीफ़ा विश्व कप 2006 (अंग्रेज़ी: FIFA World Cup 2006) वर्ष 2006 में विश्व कप फ़ुटबॉल का आयोजन जर्मनी के मेज़बानी में हुआ था। इस महासंग्राम का आयोजन 9 जून से 9 जुलाई तक चला, जिसमें 32 देशों की टीमों ने प्रतिभाग किया था। फ़ाइनल मैच में इटली की टीम ने फ़्रांस को हराकर बाज़ी मारी। ये इटली का चौथा ख़िताब था।[1]
जर्मनी की टीम तीसरे और पुर्तग़ाल की टीम चौथे स्थान पर रही। ब्राज़ील की टीम को इस प्रतियोगिता में बड़ा दावेदार माना जा रहा था लेकिन क्वार्टर फ़ाइनल में फ़्रांस के हाथों उसे हार मिली और टीम प्रतियोगिता से बाहर हो गई। इंग्लैंड की टीम भी क्वार्टर फ़ाइनल में हार कर प्रतियोगिता से बाहर हुई। वर्ष 2006 का विश्व कप कई मायनों में अनोखा था। टेलीविज़न दर्शकों के मामले में इस विश्व कप ने इतिहास बनाया। इस विश्व कप में पहली बार तीन ऐसी टीमों ने हिस्सा लिया, जिनकी राष्ट्रभाषा पुर्तगीज़ है। ये टीमें थी- पुर्तग़ाल, ब्राज़ील और अंगोला। वर्ष 1982 के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि किसी विश्व कप के सेमी फ़ाइनल में सिर्फ़ यूरोपीय टीमें आमने-सामने थी। मेज़बान जर्मनी की टीम विश्व कप का ख़िताब जीत नहीं पाई लेकिन प्रतियोगिता काफ़ी सफल रही। जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोज़ा को गोल्डन बूट मिला, उन्होंने इस विश्व कप में सर्वाधिक पाँच गोल मारे थे। जबकि विवादों के बावजूद फ़्रांस के ज़िनेदिन ज़िदान विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए।
ऑस्ट्रेलिया, इक्वेडोर और घाना जैसे देशों के शुरुआती दौर में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद वर्ष 2006 का विश्व कप पारंपरिक फुटबॉल के लिए ज़्यादा जाना गया। पारंपरिक फ़ुटबॉल खेलने वाली टीमों का वर्चस्व इस विश्व कप में बना रहा। इस विश्व कप में सभी आठ वरीयता प्राप्त टीमों ने नॉक आउट स्टेज तक अपनी जगह बनाई। क्वार्टर फ़ाइनल में यूरोप और दक्षिण अमरीका के बाहर की कोई टीम नहीं थी। अर्जेंटीना और ब्राज़ील की टीमें क्वार्टर फ़ाइनल में ही बाहर हो गई थी।
- सेमीफ़ाइनल
सेमीफ़ाइनल में सिर्फ़ यूरोप की टीमें ही पहुँच पाईं थीं। वर्ष 1934, 1966 और 1982 के बाद ये पहला मौक़ा था, जब सेमी फ़ाइनल की सभी टीमें यूरोप से थी।
फ़ाइनल
फ़ाइनल मैच में इटली तथा फ्रांस को प्रवेश मिला। फ़्रांस के मशहूर खिलाड़ी ज़िनेदिन ज़िदान को रेड कार्ड मिलना फ़ाइनल का निर्णायक पल साबित हुआ। हताश-परेशान फ़्रांस की टीम अपने स्टार खिलाड़ी की कमी को झेल नहीं पाई और पेनल्टी शूटआउट में इटली ने फ़्रांस को 5-3 से हरा दिया। फ़ाइनल के दौरान ज़िनेदिन ज़िदान का इटली के खिलाड़ी मैतरात्ज़ी को सर से टक्कर मारने की तस्वीर कई दिनों तक सुर्ख़ियों में रही। इटली ने यह विश्व कप का चौथा ख़िताब जीता था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विश्व कप फ़ुटबॉल (हिन्दी) bbc.com। अभिगमन तिथि: 9 अगस्त, 2016।