मुक्केबाज़ी

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मुक्केबाज़ी

मुक्केबाज़ी (अंग्रेज़ी: Boxing) एक ऐसा कॉम्‍बैट खेल है, जि‍समें दो खि‍लाड़ी अपनी शक्‍ति‍ के साथ-साथ अपनी फुर्ती, इच्‍छाशक्‍ति‍, सहजता और धीरज का प्रदर्शन करते हैं। इस प्रति‍रोधी खेल में मोटे-मोटे ग्‍लब्‍स पहने दो लोग जब एक-दूसरे को मुक्‍के मारते हैं तो देखने वालों को बड़ा मजा आता है, लेकि‍न अपनी सहजता दि‍खाने के लि‍ए खि‍लाड़ि‍यों को कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है।

इतिहास

वर्ष 1896 में एथेंस ओलिम्पिक को पुन: शुरू किया गया था, तब कहा गया था कि यह खतरनाक खेल है और इसे ओलिम्पिक में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। बाद में किसी तरह 1904 में इसे ओलिम्पिक में शामिल किया गया। 1912 में इसे फिर से बाहर कर दिया गया, लेकिन 1912 में यह ओलिम्पिक का हिस्‍सा बन गया।

प्रसिद्ध खिलाड़ी

मुक्केबाज़ी आज ओलम्पिक से लेकर कॉमनवेल्‍थ तक इंटरनेशनल स्तर के हर मंच पर स्‍वीकृत है। इस ऐति‍हासि‍क प्रसिद्ध खेल की दुनि‍या से नायाब चेहरे नि‍कल कर आए हैं। नजर डालते हैं मुक्केबाज़ी जगत के कुछ बेताज बादशाहों पर[1]-

डि‍औंटे वाइल्‍डर

अमेरिका का ये हैवीवेट बॉक्‍सर आज तक हारा नहीं है। 96.96 फीसदी के अनुपात में नॉकआउट करके मैच जीतने वाले वाइल्‍डर ने अक्टूबर 2005 से अपना मुक्केबाज़ी कॅरि‍यर शुरू कि‍या था।

शुगर रे रॉबि‍न्‍सन

1940 से 1965 तक का समय मुक्केबाज़ी में छाये रहे रॉबि‍न्‍सन ने 173 रि‍कॉर्ड जीत दर्ज की। इनमें से 109 मैच रॉबि‍न्‍सन ने नॉकआउट जीते। ऐसा मुक्केबाज़ी टैलेंट दुनि‍या में कि‍सी ने नहीं देखा होगा जो प्रतिद्वंद्वी को पलक झपकते ही अपने मुक्‍के से नॉकआउट कर दे।

रॉकी मारि‍कानो

रॉकी ने 1948 से 1955 का समय मुक्केबाज़ी रिंग को दि‍या, जि‍स दौरान वो सबसे मजबूत खि‍लाड़ी बना रहा। अपने 49 जीते मैच में उसने 43 नॉकआउट कमाए और अपने कॅरि‍यर में कभी कोई मैच नहीं हारा। उसकी रैंक थोड़ी नीचे इसलि‍ए रही क्‍योंकि‍ उसका कॉम्‍पटि‍शन कभी मोहम्‍मद अली या रॉबि‍न्‍सन जि‍तना तगड़ा नहीं रहा।

हेनरी आर्मस्‍ट्रॉग

सन 1931 से 1945 तक कुल 150 मैच जीतने वाले हेनरी ने 100 मैच नॉकआउट जीते। 3 तरह की वर्ल्‍ड चैम्‍पि‍यनशि‍प जीतने वाला वो अकेला खि‍लाड़ी था।

जैक डेम्‍पसे

अमरीका के बेहतरीन बॉक्‍सर में से एक डेम्‍पसे ने अपनी उपस्‍थि‍ति‍ के लि‍ए भी कई रि‍कॉर्ड दर्ज करवा लि‍‍ए। सबसे खुंखार और सबसे ज्‍यादा मनोरंजक डेम्‍पसे एक जंगली बॉक्‍सर था। उसकी 66 जीत में से 51 नॉकआउट रहे।

जैक जॉनसन

सन 1897 से 1945 तक मुक्केबाज़ी करने वाले जैक रॉय जोन्‍स और मोहम्‍मद अली से भी पहले अमेरि‍कन हेवी वेट चैम्‍पि‍यन जीतने वाले पहले शख्‍स थे। लभगभ 10 साल तक लगातार उसने हर मैच जीता। वो सामने वाले को नॉकआउट नहीं करता था बल्‍कि‍ लगातार मारता ही रहता था जि‍ससे सामने वाले को और शर्मिंदा महसूस करवा सके। उसकी निंदा भी हुई और लोगों ने नफरत भी की, लेकि‍न वो पृथ्वी का सबसे ज्‍यादा पॉपुलर अफ्रीकन अमेरि‍कन इंसान रहा। उसकी 73 जीत में 40 नॉकआउट थे।

जो लुईस

‘हि‍टलर को पछाड़ने वाला शख्‍स’ खि‍ताब पाने वाला ब्राउन बॉम्‍बर अमेरि‍का का एक नायाब हीरा रह चुका है। 66 मैच जीतने वाले लुईस के नाम 52 नॉकआउट जीत भी दर्ज है। अमेरि‍का का ये नेशनल हीरो कि‍सी समय में गर्व का चि‍न्‍ह भी था। वर्ल्‍ड वॉर के दौरान वो सि‍र्फ एक बॉक्‍सर नहीं था, बल्‍कि‍ उसकी लड़ाई का सोशल, पॉलि‍टि‍कल और इंटरनेशनल महत्‍व भी था। ग्रेटेस्‍ट बॉक्‍सर की लि‍स्‍ट में लूईस आज भी नंबर वन है।

जूलियो सीजर शावेज

सीजर का कॅरि‍यर 1980 से 2005 तक ऊंचाई पर रहा। 107 जीत दर्ज करने वाले सीजर ने अपनी जिंदगी में 80 नॉकआउट कमाए। मैक्‍सि‍को के इस दि‍ग्‍गज ने रि‍कॉर्ड बनाया कि‍ लगातार 10 साल तक वो कि‍सी से नहीं हारा। इसके चलते उसे मैक्‍सि‍को के ग्रेटेस्‍ट फाइटर का भी खि‍ताब मि‍ला।

माइक टाइसन

1985 से लेकर 2005 तक टाइसन दुनि‍या का सबसे शक्‍ति‍शाली बॉक्‍सर रहा। 90 के दशक में उसे कोई हरा नहीं सकता था और लोग कहते थे कि‍ वो हर सामने आने वाले को नॉकआउट कर सकता था। कुल 50 जीत में से 44 नॉकआउट करने वाले टाइसन से अपने कॅरि‍यर में सि‍र्फ 6 मैच ही हारे।

मोहम्‍मद अली

1960 से 1981 तक का समय मोहम्‍मद अली के लि‍ए जैसे बुक हो गया था। बस उसके प्रदर्शन और जीत की चर्चा ही हर तरफ थी। मुक्केबाज़ी की दुनि‍या में मोहम्‍मद अली से बड़ा एंटरटेनर शायद ही कोई हुआ हो। अली ‘टॉप 10 ग्रेटेस्‍ट मुस्लिम एथलि‍ट्स’ में पहले नंबर पर हैं।

वि‍लि‍यम पेप

वि‍लि‍यम पेप 1940 से 1966 तक रिंग के सबसे खुंखार, पेचीदे और उम्‍दा खि‍लाड़ि‍यों में से एक था। उसके नाम 229 बार जीत का रि‍कॉर्ड दर्ज है। वो दुनि‍या का पहला फेदरवेट चैम्‍पि‍यन था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. बॉक्‍सिंग की दुनि‍या के बेमि‍साल दि‍ग्‍गज (हिंदी) aajtak.in। अभिगमन तिथि: 11 जनवरी, 2020।

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