संगा-चोलिंग मठ
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संगा-चोलिंग मठ
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विवरण | यह मठ केवल पुरुषों के लिए आरक्षित है और पीला हठ संप्रदाय के अंतर्गत आता है। |
राज्य | सिक्किम |
ज़िला | पश्चिम सिक्किम |
निर्माता | लामा लहातसुन चेपों |
स्थापना | सन 1697 |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 27° 15' 50.00", पूर्व- 88° 13' 17.00" |
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि |
सिलीगुड़ी हवाई अड्डा | |
सिलीगुड़ी रेलवे स्टेशन, न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन | |
रिक्शा, टैक्सी, सिटी बस | |
कहाँ ठहरें | होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह |
एस.टी.डी. कोड | 03592 |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
संबंधित लेख | युमथांग घाटी, रुमटेक मठ, सोमगो झील
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अन्य जानकारी | तिब्बती कैलेंडर के अनुसार हर महीने के दसवें दिन लामा इस मठ में भजन सुनाते हैं और प्रतिदिन सुबह-शाम प्रार्थना करते हैं। |
अद्यतन | 11:05, 3 फ़रवरी 2012 (IST)
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संगा-चोलिंग मठ सिक्किम के पेलिंग और पेमायंगत्से मठ के ऊपर पश्चिम सिक्किम ज़िले में स्थित है। एक गुप्त मंत्र की जगह के रूप में इस मठ को जाना जाता है।
- लामा लहातसुन चेपों द्वारा सन 1697 में संगा-चोलिंग मठ का निर्माण कराया गया था, जो कि अब सिक्किम के प्राचीनतम मठों में शुमार किया जाता है।
- तिब्बती कैलेंडर के अनुसार हर महीने के दसवें दिन लामा इस मठ में भजन सुनाते हैं और प्रतिदिन सुबह-शाम प्रार्थना करते हैं।
- यह मठ केवल पुरुषों के लिए आरक्षित है और 'पीला हठ संप्रदाय' के अंतर्गत आता है।
- संगा-चोलिंग मठ तक पहुँचने के लिए लगभग 40 मिनट की खड़ी चढ़ाई चढ़नी होती है।
- इस मठ के चारों तरफ़ के जंगलों की ख़ूबसूरती बहुत ही मनमोहक है।
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