पेमायंगत्से मठ
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पेमायंगत्से मठ
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विवरण | पेमायंगत्से मठ सिक्किम राज्य के सबसे प्राचीन मठों में एक है। |
राज्य | सिक्किम |
ज़िला | पश्चिम सिक्किम |
निर्माता | लामा लहातसुन चेपों |
स्थापना | सन 1705 |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 27°18′16″, पूर्व- 88°15′10″ |
मार्ग स्थिति | पेमायंगत्से मठ सिलीगुड़ी रेलवे स्टेशन से 128 किमी की दूरी पर स्थित है। |
प्रसिद्धि | पेमायंगत्से मठ से हिमालय पर्वत श्रंखला के ख़ूबसूरत दृश्यों को देखा जा सकता है। |
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि |
सिलीगुड़ी हवाई अड्डा | |
सिलीगुड़ी रेलवे स्टेशन, न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन | |
रिक्शा, टैक्सी, सिटी बस | |
कहाँ ठहरें | होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह |
एस.टी.डी. कोड | 03592 |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
गूगल मांचित्र | |
संबंधित लेख | युमथांग घाटी, रुमटेक मठ, सोमगो झील
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अन्य जानकारी | यह मठ एक तीन मंजिला इमारत के रूप में निर्मित है और इस मठ की दीवारों पर संतों की मूर्तियों के चित्रों को दर्शाया गया है। |
अद्यतन | 11:13, 3 फ़रवरी 2012 (IST)
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पेमायंगत्से मठ सिक्किम राज्य के सबसे प्राचीन मठों में एक है। यह मठ सिक्किम के पश्चिम सिक्किम ज़िले में स्थित है।
- मूलरूप से लोकप्रिय लामा लहातसुन चेपों द्वारा पेमायंगत्से मठ को सन 1705 में स्थापित किया गया था।
- समुद्र तल से 6840 फीट की ऊँचाई पर स्थित पेमायंगत्से मठ एक पहाड़ी के शिखर पर बना है।
- पेमायंगत्से मठ प्राचीन मठ निंगमा बौद्ध से संबंधित है। प्रारंभ में राजशाही की प्रमुख धार्मिक गतिविधियाँ यही संपन्न होती थीं।
- हिमालय पर्वत श्रृंखला के ख़ूबसूरत दृश्यों को इस मठ से देखा जा सकता है।
- यह मठ एक तीन मंज़िला इमारत के रूप में निर्मित है और इस मठ की दीवारों पर संतों की मूर्तियों के चित्रों को दर्शाया गया है।
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वीथिका
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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