संजय राजाराम
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
संजय राजाराम
| |
पूरा नाम | संजय राजाराम |
जन्म | 1943 |
जन्म भूमि | वाराणसी, उत्तर प्रदेश |
मृत्यु | 17 फ़रवरी, 2021 |
मृत्यु स्थान | सोनोरा, मैक्सिको |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | कृषि |
शिक्षा | बीएससी, गोरखपुर विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर, भारतीय कृषि अनुसंधान, नई दिल्ली |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म श्री, 2001 विश्व खाद्य पुरस्कार, 2014 |
प्रसिद्धि | कृषि वैज्ञानिक |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | संजय राजाराम ने उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने वाली लगभग 510 गेहूँ की प्रजातियों का अलग-अलग देशों के लिये उत्पादन किया। |
संजय राजाराम (अंग्रेज़ी: Sanjaya Rajaram, जन्म- 1943; मृत्यु- 17 फ़रवरी, 2021) भारत के प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक थे। उनको देश में साल 2001 के तत्कालीन राष्ट्रपति के. आर. नारायणन द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। वैश्विक समुदाय ने सन 2014 में कृषि क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार कहे जाने वाले 'विश्व खाद्य पुरस्कार' से संजय राजाराम को नवाजा था। विभिन्न देशों ने सौ से भी ज्यादा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से उन्हें सम्मानित किया था।
- अनेई गांव निवासी कृषि वैज्ञानिक संजय राजाराम को चीन ने 2001 में फ्रेंडशिप अवार्ड के साथ सम्मानित किया था जबकि विभिन्न देशों ने सौ से भी ज्यादा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया।
- संजय राजाराम ने अमेरिका में रहते हुए देश में गेहूं प्रजनन कार्यक्रम का नेतृत्व किया और श्री राम गेहूं सहित अधिक उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने वाली लगभग पांच सौ दस गेहूँ की प्रजातियों का अलग-अलग देशों के लिये उत्पादन किया।
- गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीएससी कृषि में गोल्ड मेडल पाने के साथ ही संजय राजाराम ने 'भारतीय कृषि अनुसंधान', नई दिल्ली से स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के सिडनी विश्वविद्यालय से प्लांट ब्रीडिंग से पीएचडी पूरी की थी।
- वह अमेरिका में काफी समय से रह रहे थे।
- बड़ागांव थाना क्षेत्र के रायपुर (अनेई) गांव निवासी विश्व विख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉ. संजय राजाराम का अमेरिका में इलाज के दौरान निधन 17 फ़रवरी, 2021 को हुआ। परिजनों के अनुसार उन्हें कोविड महामारी ने चपेट में ले लिया था और अमेरिका में उपचार के दौरान उनका देहांत हो गया।
|
|
|
|
|